अपना शहर

भिंड तहसीलदार का कमाल! तहसीलदार कार्यालय से जारी किया "भिण्ड" का डेथ आदेश , अब भिंड वाले सोच रहे हैं - “हम जिंदा हैं या सरकारी दस्तावेजों में मृत?”

भिंड का *यह डेथ वारंट* अब सोशल मीडिया की सुर्खियां बना है, तहसीलदार मोहन लाल शर्मा- "ये एक टाइपिंग मिस्टेक थी", कहकर पल्ला झाड़ रहे हैं, इस गंभीर लापरवाही पर उन्होंने बताया लोक सेवा प्रबंधन के मैनेजर को नोटिस जारी कर दिया है

ग्वालियर। चंबल अंचल का भिंड जिला अपने कारनामों और अजीबो ग़रीब फ़रमानों के लिए अक्सर सुर्ख़ीयों में छाया रहता है।  लेकिन इस बार भिंड तहसीलदार द्वारा ऐसा करनामा करके दिखाया है कि सभी हैरान हैं। अपने नए करनामे में उन्होंने 'भिंड' जिले का ही मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया है, जो अब सोशल मीडिया पर सुर्खियां बनकर छाया है।

बता दे कि  भिंड शहर के चतुर्वेदी नगर कॉलोनी के रहने वाले गोविंद के पिता रामहेत का निधन 8 नवम्बर 2018 को हो गया था। किन्हीं कारणों से उन्होंने (गोविंद) अप्रैल माह में अपने पिता रामहेत के मृत्यु प्रमाण पत्र की जरूरत पड़ी तो भिंड तहसीलदार कार्यालय में डेथ सर्टिफिकेट के लिए आवेदन किया। पिछले दिनों 5 मई 2025 को भिंड तहसीलदार कार्यालय से मृत्यु प्रमाण पत्र जारी भी हो गया और जब वह आवेदक तक पहुंचा तो हर कोई उसे देखकर हैरान रह गया। क्योंकि भिंड तहसीलदार के हस्ताक्षर से जारी यह डेथ सर्टिफिकेट 'भिंड' के ही नाम से था।

हास्यास्पद बात यह है कि इस डेथ सर्टिफिकेट पर मरने वाले का नाम 'भिंड' लिखा है और निवासी भी भिंड लिखा है, इतना ही नहीं स्थान की जगह भी "भिंड" ही लिखा है। बुधवार को जब तहसीलदार का बनाया 'भिंड' का यह डेथ सर्टिफिकेट सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया तो सर्टिफिकेट पर अधोहस्ताक्षरकर्ता अधिकारी तहसीलदार मोहन लाल शर्मा ने सफाई देते हुए उनका कहना था कि, “यह एक टाइपिंग मिस्टेक थी।”

तहसीलदार मोहन लाल शर्मा के मुताबिक़, "इस गंभीर लापरवाही को लेकर लोकसेवा प्रबंधन के प्रबंधक को नोटिस जारी कर दिया है। क्योंकि प्रमाण पत्र जारी करने का काम उनके यहां से ही किया जाता है। साथ ही बिना क्रॉस चेक किए कर्मचारियों की लापरवाही पर लोकसेवा प्रबंधक पर 25 हज़ार रुपये की पेनल्टी भी लगायी है। जिससे भविष्य में इस तरह की कोई लापरवाही ना हो । उधर इस घोर लापरवाही को लेकर बार काउंसिल के वकीलों ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विरोध जताया है।

वही अभिभाषक संघ न्यायालय भिंड के अध्यक्ष विनीत मिश्रा और अभिभाषक संघ जिला न्यायालय भिंड के सचिव हिमांशु शर्मा ने जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारियों की इस घोर लापरवाही की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कड़ा विरोध जताया है।है।