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कलेक्टर एवं एसएसपी ने हाईकोर्ट में प्रतिमा स्थापना से संबंधित विषय पर अधिवक्ताओं से की चर्चा, वकीलों से कहा बाहरी व्यक्तियों व संस्थाओं से हस्तक्षेप न करने की करें अपील

कलेक्टर ने कहा प्रतिमा स्थापना का विषय बार एसोसिएशन एवं कोर्ट परिसर प्रशासन का है, इसमें बाहर के किसी भी व्यक्ति, संस्था अथवा दल का दखल नहीं होना चाहिए

ग्वालियर।एमपी  हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच परिसर में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापना का विवाद गहराता जा रहा है। मामले में भीम सेना के कूद जाने से अब यह विवाद  राजस्थान, दिल्ली और हरियाणा तक पहुंच गया है।

हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच परिसर में डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा स्थापना से संबंधित विषय पर कलेक्टर  रुचिका चौहान एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने बुधवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय में अधिवक्ताओं के साथ चर्चा की। चर्चा के दौरान  हाईकोर्ट ग्वालियर के बार एसोसिएशन के अध्यक्ष  पवन पाठक, सचिव महेश गोयल एवं अधिवक्ता शिवजीत रतौनिया व धर्मेन्द्र कुशवाह तथा अपर कलेक्टर कुमार सत्यम, एडीएम टीएन सिंह, एसडीएम विनोद सिंह, अतुल सिंह एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। 

कलेक्टर चौहान एवं पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने हाईकोर्ट के अधिवक्ताओं से बाबा साहब अम्बेडकर की प्रतिमा स्थापना के संबंध में मध्यप्रदेश हाईकोर्ट जबलपुर के मुख्य न्यायाधिपति से हुई चर्चा के संबंध में जानकारी प्राप्त की। अधिवक्ताओं ने बताया कि मुख्य न्यायाधिपति ने चर्चा के दौरान कहा सेवानिवृत्ति के कारण इस संबंध में नवीन न्यायाधिपति से चर्चा के बाद आगामी निर्णय हो सकेगा।

कलेक्टर चौहान एवं पुलिस अधीक्षक सिंह ने अधिवक्ताओं के प्रतिनिधि मंडल से चर्चा में कहा कि हाईकोर्ट परिसर में प्रतिमा स्थापना का विषय बार एसोसिएशन एवं कोर्ट परिसर प्रशासन का है। इस विषय में बाहर के किसी भी व्यक्ति, संस्था अथवा दल का दखल नहीं होना चाहिए। सोशल मीडिया एवं अन्य प्लेटफॉर्मों के माध्यम से  हाईकोर्ट ग्वालियर के परिसर में प्रतिमा स्थापना के संबंध में पृथक-पृथक बयान सामने आ रहे हैं। कलेक्टर एवं एसएसपी ने कहा कि हाईकोर्ट ग्वालियर के अधिवक्ता बाहरी व्यक्तियों से इस प्रकरण में हस्तक्षेप न करने की अपील करें।