ग्वालियर। नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में जन भागीदारी और जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन संभागीय आयुक्त मनोज खत्री की अध्यक्षता में हुई। सौर ऊर्जा के क्षेत्र में जनभागीदारी बढ़ाने और इसकी जानकारी जन-जन तक पहुँचाने के लिये अभियान के रूप में कार्य करने की बात कही गई।
संभागीय आयुक्त कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में राज्य समन्वयक नेहा सिंह सहित ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर प्रतिनिधि, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधकारी जिला पंचायत, लोक निर्माण विभाग, कृषि विभाग, अग्रणी बैंक प्रबंधक, उद्योग विभाग के प्रतिनिधि, नगर निगम के अधिकारी उपस्थित थे।
संभागायुक्त मनोज खत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार एवं प्रदेश सरकार द्वारा सौर ऊर्जा के क्षेत्र में विभिन्न योजनाओं के माध्यम से विशेष कार्य किए जा रहे हैं। सौर ऊर्जा के लिये शासन द्वारा संचालित योजनाओं और कार्यक्रमों की जानकारी जन-जन तक पहुँचाना जरूरी है। इसके लिये सभी विभागीय अधिकारी अपने-अपने कार्य क्षेत्र में इसकी जानकारी अधिक से अधिक लोगों को दें। उन्होंने कहा कि निर्माण एजेंसियों के माध्यम से भी निर्माण कार्यों की शुरूआत में भी सौर ऊर्जा के कार्य को भी शामिल किया जाना चाहिए।
संभागीय आयुक्त ने कहा कि प्रदेशभर में विभिन्न निर्माण एजेंसियों के माध्यम से किए जाने वाले निर्माण कार्यों की कार्ययोजना में ही सौर ऊर्जा को अनिवार्य किया जाए। इसके लिये शासन स्तर पर प्रयास किए जाना चाहिए। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने विभाग में सौर ऊर्जा को प्राथमिकता से लागू कराने के प्रयास करें। इसके साथ ही केन्द्र सरकार द्वारा संचालित पीएम कुसुम योजना एवं सूर्य घर योजना की जानकारी भी जन-जन तक पहुँचाकर इसका व्यापक क्रियान्वयन किया जाना चाहिए।
आयुक्त खत्री ने कहा कि ग्वालियर-चंबल संभाग में सभी विभागों के माध्यम से सौर ऊर्जा के लिये विभागीय अधिकारी कार्ययोजना बनाकर क्रियान्वयन करें। सौर ऊर्ज के क्षेत्र में कार्य कर रहे विभागीय अधिकारी भी अन्य विभागों के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर सौर ऊर्जा से अधिक से अधिक प्रोजेक्ट स्थापित कराएं। उन्होंने यह भी कहा कि सौर ऊर्जा के क्षेत्र में जो बेहतर कार्य किए गए हैं उनको भी अधिक से अधिक प्रचारित किया जाए ताकि लोग प्रेरित होकर अपने घरों, प्रतिष्ठानों के साथ ही शासकीय भवनों में भी इसका उपयोग प्रारंभ कर सकें।
कार्यशाला में राज्य समन्वयक नेहा सिंह एवं उनके साथ आए प्रतिनिधियों ने प्रजेंटेशन के माध्यम से सौर ऊर्जा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों और विभिन्न योजनाओं की जानकारी प्रस्तुत की। इसके साथ ही केन्द्र सरकार की कुसुम योजना एवं सूर्य घर योजना के संबंध में भी विस्तार से जानकारी दी।