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एक संकेत पर सभी सायरन बजें ; संभागायुक्त ने कहा ऐसी व्यवस्था बनाएं कि पूरे शहर को सचेत करने के लिये शहर के सभी 66 वार्डों की मैपिंग कर पर्याप्त सायरन लगवाएँ

प्रभारी मंत्री के निर्देश पर हुई बैठक में दिए निर्देश, जन जागरूकता के लिए पार्षदों एवं अन्य जनप्रतिनिधियों की बैठक बुलाएँ , कहा लोगों को समझाएं किसी प्रकार का पैनिक न लाएँ

ग्वालियर। नगर निगम के सभी 66 वार्डों की मैपिंग कर ऐसे स्थल चयनित करें जहाँ पर सायरन लगाने के बाद पूरा शहर सायरन के दायरे में आ जाए। साथ ही ऐसी व्यवस्था करें, जिससे जरूरत पड़ने पर आपात स्थिति में एक ही इशारे पर एक साथ सभी सायरन बजाकर लोगों को सचेत किया जा सके। जिले के प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री  तुलसीराम सिलावट के निर्देश पर आयोजित हुई वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में संभाग आयुक्त  मनोज खत्री ने इस आशय के निर्देश दिए। साथ ही कहा मैपिंग के माध्यम से स्थल चयनित करने के साथ-साथ सायरन लगाने का काम भी जल्द से जल्द पूर्ण किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि सायरन पर मिले संकेतों का पालन करने के लिये शहरवासियों को जागरूक भी किया जाए। खत्री ने कहा कि जन जागरूकता के माध्यम से लोगों को समझाएं कि किसी प्रकार का पैनिक (घबराहट) न लाएँ, यह सभी व्यवस्थायें एहतियात बतौर की जा रही हैं। 

प्रभारी मंत्री  सिलावट ने आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिये जिले में की जा रहीं तैयारियों को लेकर संभाग आयुक्त  खत्री से चर्चा की। साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक लेकर एहतियात बतौर पुख्ता व्यवस्थायें करने के निर्देश दिए । इसी क्रम में संभाग आयुक्त खत्री ने गुरुवार की शाम वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ली।  

गुरुवार को संभाग आयुक्त कार्यालय में हुई बैठक में पुलिस महानिरीक्षक  अरविंद सक्सेना, कलेक्टर रुचिका चौहान, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक  धर्मवीर सिंह, नगर निगम आयुक्त  संघ प्रिय व अपर जिला दण्डाधिकारी  टी एन सिंह मौजूद थे। 

संभाग आयुक्त  खत्री ने कहा कि शहर के सभी वार्डों में नए स्थलों पर सायरन लगाने के साथ-साथ शहर के सभी बैंकों व अन्य जगहों पर पूर्व से लगे सायरनों को सक्रिय कराएं और बैंकर्स से कहें कि सायरन चालू करने के लिये कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाए।  उन्होंने कहा कि आवासीय कॉलोनियों रहवासी कल्याण संगठनों को भी अपनी-अपनी कॉलोनी में सायरन लगाने के लिये प्रेरित करें। बैठक में संभाग आयुक्त खत्री ने नगर निगम आयुक्त को निर्देश दिए कि आपात स्थिति में सायरन से संकेत मिलने पर सभी स्ट्रीट लाइट तत्काल बंद होनी चाहिए। इसकी पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित करें। 

आपात स्थिति में नागरिकों का सहयोग प्राप्त करने के लिये जन जागरूकता पर संभाग आयुक्त खत्री ने विशेष जोर दिया। उन्होंने इसके लिये शहर के सभी पार्षदों व अन्य जनप्रतिनिधियों बैठक लेने के निर्देश दिए। उन्होंने  कहा इन बैठकों के माध्यम से जनप्रतिनिधियों से आपात स्थिति में चलाए जाने वाले राहत व बचाव कार्य में सहयोग देने का आग्रह किया जाए। जनप्रतिनिधियों से आग्रह करें कि सायरन से संकेत मिलने पर सभी लोग स्वेच्छा से अपने घरों व प्रतिष्ठानों की लाइटें अवश्य बंद करें,  इसके लिये पार्षदगण अपने-अपने क्षेत्र के लोगो को प्रेरित करें। साथ ही यदि सड़क पर अपने वाहनों से जा रहे हों तो वाहन बंद कर सड़क किनारे लगाएं। इस काम में मोहल्ला समितियों का भी सहयोग अवश्य लें।

पुलिस महानिरीक्षक  अरविंद सक्सेना ने भी आपात स्थिति से निपटने के लिये बनाई जा रही रणनीति के संबंध में उपयोगी सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि जिले में उपलब्ध जेसीबी, गैस कटर व अन्य मशीनरी को सूचीबद्ध कर इसकी जानकारी संबंधित थाने में दे दी जाए। 

कलेक्टर रुचिका चौहान ने जिले में आपात स्थिति को ध्यान में रखकर एहतियात बतौर की जा रहीं तैयारियों के बारे में जानकारी दी। साथ ही कहा कि सचेत एप के माध्यम से भी लोगों को जागरूक कराया जायेगा। जिले में राजस्व अनुविभाग -वार संयुक्त टीमें तैयार कर राहत एवं बचाव कार्य की रणनीति बनाई गई है। 

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक  धर्मवीर सिंह ने बताया कि पुलिस थानों के माध्यम से लोगों को आपात स्थिति में सचेत करने के लिये जिले के सभी थानों से मोबाइल वाहन से सायरन के जरिए संकेत प्रसारित कराए जायेंगे। निगमायुक्त संघ प्रिय ने कहा ग्वालियर शहर में जरूरत पड़ने पर स्ट्रीट लाइट बंद करने के लिये विशेष व्यवस्था की जा रही है।  

रिस्पाँस टाइम कम से कम हो 

संभाग आयुक्त  मनोज खत्री ने कहा कि आपात स्थिति में बचाव दल का मौके पर पहुँचने में रिस्पाँस टाइम कम से कम हो। इसकी पुख्ता रणनीति बनाएं। उन्होंने कि ग्वालियर सहित जिले में स्थित सभी अस्पतालों में उपलब्ध बैड व मानव संसाधन का आंकलन कर अस्पतालों को सूचीबद्ध करें, जिससे आपात स्थिति में जरूरत पड़ने पर लोगों को जल्द से जल्द बेहतर स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध कराई जा सकें। उन्होंने अस्पतालों में बिजली जाने की स्थिति में बैकअप के साथ लगाए चेंजओवर का परीक्षण कराने के निर्देश भी दिए। साथ ही कहा कि आपात स्थिति में एनडीआरएफ व एसडीआरएफ के साथ एनसीसी, एनएसएस, स्काउट, गाइड इत्यादि के वॉलेन्टियर को भी सूचीबद्ध करें और ऐसा सिस्टम बनाएं जिससे एक कॉल पर ये सभी निर्धारित स्थल पर पहुँच जाएं। 

 पेट्रोल पंपों पर डीजल-पेट्रोल का स्टॉक रिजर्व रहे 

संभाग आयुक्त मनोज खत्री ने बैठक में यह भी निर्देश दिए कि जिले के सभी पेट्रोल पंपों पर एहतियात बतौर पेट्रोल डीजल का स्टॉक रिजर्व कराएं, जिससे आपात स्थिति में राहत एवं बचाव कार्यों के लिये पेट्रोल व डीजल की कमी न पड़े।  

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अफवाहें न फैंले  

संभाग आयुक्त  मनोज खत्री ने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ऐसी खबरें व अफवाहें प्रसारित न हों, जिनसे लोगों में घबराहट व भ्रम की स्थिति पैदा हो। इसके लिये लोगों को जागरूक करें। साथ ही यह स्पष्ट कर दें कि सोशल मीडिया के माध्यम से अफवाहें फैलाने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी।