
ग्वालियर। भ्रूण लिंग परीक्षण में संलिप्त एक कुख्यात आरोपी शुक्रवार को राजस्थान के धौलपुर से रंगे हाथों पकड़ा है। कलेक्टर ग्वालियर रुचिका चौहान एवं मुरैना कलेक्टर अंकित अस्थाना के समन्वय से यह कामयाबी मिली है। पकड़े गए आरोपी पंकज तिवारी पर ग्वालियर में पीसी-पीएनडीटी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज है और वह फरार चल रहा था। इसे पकड़ने के लिये पिछले दिनों से प्रयास किए जा रहे थे।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सचिन श्रीवास्तव ने बताया कि शुक्रवार को विश्वस्त सूत्रों से सूचना मिली थी कि पीसी-पीएनडीटी एक्ट के तहत ग्वालियर में वांछित आरोपी पंकज तिवारी द्वारा धौलपुर जिले में चलित वाहन से भ्रूण परीक्षण किया जा रहा है। इस सूचना पर कलेक्टर चौहान ने मुरैना कलेक्टर अस्थाना से फोन पर चर्चा की और संयुक्त दल गठित कर इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया।
ग्वालियर से धौलपुर कार्रवाई के लिये गई टीम में डॉ. बिंदु सिंघल एमडी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रबल प्रताप सिंह, पीसी-पीएनडीटी सलाहकार समिति की नोडल अधिकारी डॉ. रश्मि मिश्रा व शाखा प्रभारी संजय जोशी शामिल थे।
मुरैना से जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.आनंद बंसल व सीडीएमओ डॉ. अनुभा महेश्वरी की टीम भी मौके पर पहुँचीं। दोनों टीमों द्वारा स्टिंग ऑपरेशन की कार्रवाई की गई। पंकज तिवारी द्वारा धौलपुर जिले में अवैध रूप से भ्रूण लिंग परीक्षण किया जा रहा था। इसकी पुष्टि के लिये एक मरीज को भेजा गया था। मरीज ने इस बात की पुष्टि की कि वाहन में भ्रूण लिंग परीक्षण किए जा रहे हैं। इसके बाद घेराव कर पंकज तिवारी को पकड़ने की कोशिश की गई तो उसने भागने का प्रयत्न किया, लेकिन वह टीम से बचकर नहीं निकल पाया।
संयुक्त टीम ने पंकज तिवारी को पकड़ने के साथ भ्रूण लिंग परीक्षण में उपयोग में लाए जा रहे वाहन व अल्ट्रासाउण्ड मशीन को भी जब्त कर लिया है। आरोपी पंकज तिवारी के खिलाफ मुरैना में पीसी-पीएनडीटी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कराया है। इस कार्रवाई में मुरैना क्राइम ब्रांच, महिला बाल विकास विभाग एवं मीना शर्मा की भूमिका भी महत्वपूर्ण रही है।