
“सतत संवाद सत्र” में ग्वालियर सांसद भारत सिंह कुशवाहा ने कहा- आदर्श गौशाला अब केवल गोधन सेवा केंद्र ही नहीं बल्कि ऊर्जा, पर्यावरण और अध्यात्म का संगम बन चुकी है
ग्वालियर। आदर्श गौशाला ग्वालियर में “सतत संवाद सत्र” का आयोजन हुआ। इस अवसर पर सोलर मैन ऑफ इंडिया के नाम से प्रसिद्ध आईआईटी मुंबई के प्रो. चेतन सिंह सोलंकी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा, “संसाधन सीमित हैं, इसलिए हमें अपनी जरूरतों को भी सीमित करना होगा।” उन्होंने बताया कि पृथ्वी का तापमान अब तक 2.5 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ चुका है और यदि समय रहते हम नहीं चेते, तो जलवायु परिवर्तन की समस्या विकराल रूप ले सकती है।
प्रो. सोलंकी ने ऊर्जा की खपत घटाने, सौर ऊर्जा को अपनाने और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में छोटी-छोटी आदतों को बदलने की प्रेरणा दी। उन्होंने बताया कि हमारी जीवनशैली ही जलवायु संकट का समाधान बन सकती है। इस अवसर पर आगामी ग्रीष्मकालीन वैदिक शिविर (5 मई से प्रारंभ) के लिए चयनित विद्यार्थियों की घोषणा की गई तथा उन्हें शिविर की गतिविधियों और उद्देश्य की जानकारी दी गई।
सांसद भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि संतों के मार्गदर्शन में आदर्श गौशाला अब केवल गोधन सेवा का केंद्र नहीं बल्कि ऊर्जा, पर्यावरण और अध्यात्म का संगम बन चुकी है। उन्होंने कहा कि यह शिविर बच्चों के सर्वांगीण विकास में सहायक सिद्ध होगा।
संत ऋषभ देवानंद महाराज ने कहा, “हर बालक में कोई न कोई विशिष्टता होती है उसे पहचानकर सही दिशा में प्रोत्साहित करना चाहिए।” उन्होंने आत्मबल, पर्यावरणीय चेतना और वैदिक संस्कृति के समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया। कार्यक्रम में चैंबर अध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि मुरार लाल टिपारा स्थित आदर्श गौशाला ग्वालियर में ‘वेस्ट टू वेल्थ’ प्रशिक्षण केंद्र रूप में भी संचालित है, जहाँ जैविक अपशिष्ट से ऊर्जा और खाद बनाने की नवीनतम तकनीकों की जानकारी दी जाती है। आगामी 7 दिवसीय शिविर में छात्र वेद, ऊर्जा संरक्षण, गोधन आधारित जीवनशैली, पर्यावरण शुद्धि, तथा ध्यान योग जैसी गतिविधियों से रूबरू होंगे।