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बजेगा जंगी सायरन:1971 के बाद पहली बार होगी मॉक ड्रिल; 7 मई को देशभर के 244 जिलों में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल, नागरिकों से अपील की है कि वे मॉक ड्रिल के दौरान प्रशासन का सहयोग करें और घबराएं नहीं

प्रदेश के पांच शहरों इंदौर,भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और कटनी में बुधवार को मॉकड्रिल होगी, मुख्यमंत्री ने नागरिकों से अपील की है कि वे मॉक ड्रिल के दौरान प्रशासन का सहयोग करें और घबराएं नहीं

भोपाल/ ग्वालियर। प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 7 मई  बुधवार को होने वाली नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल की तैयारियों को लेकर जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी करने की घोषणा की है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और सिंधु जल समझौते जैसे मुद्दों ने युद्ध की आशंकाओं को बढ़ाया है, जिसके चलते यह कवायद जरूरी मानी जा रही है।

मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कल होने वाली नागरिक सुरक्षा "मॉकड्रिल" के संबंध में जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों को विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मंत्री परिषद की बैठक से पहले संबोधन में जानकारी दी की वर्तमान राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय परिस्थितियों के दृष्टिगत प्रदेश के पांच नगरों  इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और कटनी में कल मॉकड्रिल होगी।

बुधवार कल शाम 4 बजे से सायरन के माध्यम से खतरे की सूचना, ब्लैकआउट, प्रमुख अधो संरचनाओं को सुरक्षित रखने, दुर्घटना की स्थिति में घायलों को सुरक्षित निकालने जैसी गतिविधियों की ड्रिल की जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि इस संबंध में  जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों को विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए जा रहे हैं।

बता दें कि गृह मंत्रालय के निर्देश पर 7 मई को देशभर के 244 जिलों में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल आयोजित होगी। इसमें मध्यप्रदेश के पांच नगरों क्रमशः इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और कटनी में मॉकड्रिल होगी।

ड्रिल का उद्देश्य सिविल डिफेंस की तैयारियों का मूल्यांकन

मॉक ड्रिल का उद्देश्य सिविल डिफेंस की तैयारियों का मूल्यांकन करना और आपसी समन्वय को बेहतर बनाना है। इसमें जिला अधिकारी, सिविल डिफेंस वार्डन, होम गार्ड, एनसीसी, एनएसएस, एनवाईकेएस, कॉलेज और स्कूल के छात्र शामिल होंगे। गृह मंत्रालय ने निर्देश दिए हैं कि हवाई हमले के सायरन, ब्लैकआउट उपाय, जरूरी स्थानों की छिपाने की व्यवस्था (कैमोफ्लाज), और निकासी (एवैक्यूएशन) योजनाओं का अभ्यास किया जाए ।

मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि यह ड्रिल विभिन्न एजेंसियों की तैयारियों और तालमेल की जांच के लिए जरूरी है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे मॉक ड्रिल के दौरान प्रशासन का सहयोग करें और घबराएं नहीं।नहीं।