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जेयू कैंपस में जीवाजीराव सिंधिया की प्रतिमा का अनावरण ; जीवाजी राव ने जो शिक्षा का सपना देखा था वह आज साकार हो रहा है : उप राष्ट्रपति धनखड़

CM डॉ यादव बोले- जीवाजी राव ने शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान दिया , जीवाजी विवि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नक्षत्र की तरह उभरता संस्थान है ; केंद्रीय मंत्री सिंधिया

ग्वालियर। उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा है कि सिंधिया परिवार का शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान रहा है। उप राष्ट्रपति  धनखड़ ने जीवाजी विश्वविद्यालय परिसर में जीवाजीराव सिंधिया की प्रतिमा अनावरण के बाद आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में यह बात कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने की। विशेष अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केन्द्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर, उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा व आयुष मंत्री इन्दर सिंह परमार, जिले के प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला, उप राष्ट्रपति की धर्मपत्नी सुदेश धनखड़ उपस्थित थीं। 

उप राष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि मैंने आज उन महापुरूष की मूर्ति का अनावरण किया है, जिन्होंने स्वतंत्र भारत में शिक्षा एवं अनेक क्षेत्र में अपने कीर्तिमान स्थापित किए हैं। इसके साथ ही शिक्षा को गति देने का कार्य भी किया है। शिक्षा से ही व्यक्ति के अंदर भाव आता है। शिक्षा से ही मानव का निर्माण होता है। परिवर्तनशील दुनिया है, बदलाव होते रहेंगे लेकिन शिक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है। उप राष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की। तकनीक में हमारा देश काफी आगे निकल चुका है। जीवाजी विश्वविद्यालय संस्थान भी नई-नई तकनीकों को लायेगा, ऐसी उम्मीद है। 

उप राष्ट्रपति  धनखड़ ने कहा कि सिंधिया परिवार का संसद में हमेशा योगदान रहा है। स्व. माधवराव सिंधिया ने अनेक क्षेत्रों में सराहनीय कार्य किया है। उन्हें जो भी मंत्रालय मिला है, उसमें उन्होंने अपना श्रेष्ठ कार्य किया है। उन्होंने कहा जीवाजी राव ने जो शिक्षा का सपना देखा था वह आज साकार हो रहा है। 

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि ग्वालियर के लिये आज का दिन यादगार रहेगा। आज ग्वालियर में दो बड़े कार्यों का शुभारंभ हुआ है। जियो साइंस म्यूजियम के माध्यम से पृत्वी की उत्पत्ति, उसकी रचना, भू-गर्भिक घटनाओं की जानकारी का संकलन, प्राप्त होगा। इसके साथ ही ज्ञान, विज्ञान के समावेश से युवाओं नई जानकारियां प्राप्त होंगीं। इसके साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले जीवाजी राव सिंधिया की मूर्ति का अनावरण भी किया गया है। जीवाजी विश्वविद्यालय ने न केवल मध्यप्रदेश में बल्कि सम्पूर्ण देश में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। विश्वविद्यालय निरंतर प्रगति करते हुए देश के युवाओं को शिक्षा के क्षेत्र में और सशक्त बनाने का कार्य करती रहेगी। उन्होंने कहा जीवाजी राव ने शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान दिया। 

ग्वालियर संगीत -शिक्षा और ऐतिहासिकता के लिये जाना जाता है:सिंधिया

केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि ग्वालियर शहर संगीत, शिक्षा और अपनी ऐतिहासिकता के लिये जाना जाता है। उन्होंने कहा कि ज्ञान से ही विनम्रता प्राप्त होती है और विनम्रता से ही पात्रता प्राप्त होती है। जीवाजी विश्वविद्यालय 250 एकड़ में स्थापित है, जिसे मेरी दादी माँ और तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन द्वारा प्रारंभ किया गया था। जीवाजी विवि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नक्षत्र की तरह उभरता संस्थान है। उन्होंने कहा कि मेरे परिवार ने जो बीज बोया था वह आज वट वृक्ष की तरह खड़ा हो गया है। जीवाजी विश्वविद्यालय संस्थान आधुनिकता की ओर अग्रसर है। 

जीवाजीराव सिंधिया की प्रतिमा का किया अनावरण 

उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने जीवाजी विश्वविद्यालय परिसर में स्थापित जीवाजीराव सिंधिया की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर राज्यपाल  मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केन्द्रीय मंत्री  ज्योतिरादित्य सिंधिया, विधानसभा अध्यक्ष  नरेन्द्र सिंह तोमर, जिले के प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री  तुलसीराम सिलावट, उच्च शिक्षा मंत्री  इन्दर सिंह परमार, जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलपति  अविनाश तिवारी सहित जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। 

उप राष्ट्रपति  धनखड़ ने इस मौके पर जेयू द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने प्रदर्शनी में दर्शाए गए जीवाजी विवि के इतिहास व उपलब्धियों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उप राष्ट्रपति एवं अतिथियों ने इस अवसर पर “एक पेड़ माँ के नाम” के तहत पौधरोपण भी किया।