करिअर

मैनिट में 21वां दीक्षांत समारोह;डायरेक्टर बोले पूरे देश के शोध संस्थानों की यात्रा करूंगा: थीसिस में बंद शोध को बाहर निकालने के लिये पॉलिसी बनानी होगी

दीक्षांत में 25 रिसर्च स्कॉलर्स को पीएचडी की डिग्री प्रदान करने के साथ ही समारोह में यूजी व पीजी विद्यार्थियों को भी उपाधि प्रदान की गई

भोपाल। मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रोद्योगिकी संस्थान में 21वां दीक्षांत समारोह शांति पाठ से आरंभ हुआ। डायरेक्टर प्रो. करूणेश कुमार शुक्ला ने 25 रिसर्च स्कॉलर्स को पीएचडी की डिग्री प्रदान की। समारोह में स्नातक व स्नातकोत्तर के विद्यार्थियों को भी उपाधि दी गई। पीएचडी की डिग्री प्राप्त करने वाले ऊर्जा केंद्र के स्कॉलर एवं सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. राजकुमार मालवीय ने भविष्य में पूरे भारत के शोध संस्थानों की यात्रा कर थीसिस में बंद शोध को बाहर निकालने के लिये पॉलिसी बनाने के लिये कार्य करने की इच्छा जताई। उन्होंने कहा कि भारत में पीएचडी करने वाले शोधार्थियों की रिसर्च थीसिस में लिखकर बंद कर दी जाती है जबकि होना यह चाहिये कि वह बाहर आनी चाहिये ताकि समाज को उसका लाभ मिल सके। शोध संस्थानों को इंडस्ट्री से कनेक्ट करनी की आवश्यकता है जिससे इंडस्ट्री की शोध संबंधी समस्याओं का निराकरण स्वत: ही हो जायेगा। पीएचडी अवार्ड होने के साथ - साथ स्कॉलर्स की रिसर्च देश के काम आये इसकी योजना बनाकर थीसिस में बंद शोध को बाहर निकालने के लिये पॉलिसी बनानी होगी। डॉ. मालवीय ने कहा कि भारत सरकार को इस ओर कदम बढ़ाने की आवश्यकता है।

 दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव प्रो. अभय करंदीकर शामिल हुये। गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में मैनिट एल्युमिनाई छत्तीसगढ़ सरकार में मुख्य सचिव अमिताभ जैन एवं पायरेटर लिमिटेड के को-फाउंडर वीरेंद्र कुमार राठी ने शिरकत की । अमिताभ जैन ने मैनिट स्टूडेंट्स को आईआईटी स्टूडेंट्स से भी श्रेष्ठ बताया। उन्होंने कहा कि ओवर कॉन्फिडेंट में फिर भी नहीं रहना। यहां से डिग्री प्राप्त करके आप अवश्य ही ऊंचे पायदान पर पहुंचोगे। जैन ने मैनिट से जुड़े वृतांत भी साझा किये। वीरेंद्र कुमार राठी ने मैनिट के मैकेनिकल विभाग को विश्व स्तरीय थर्मल लेब डोनेट करने की बात कही और उनकी कंपनी में मैनिट के स्टूडेंट्स को जॉब की गारंटी भी दी।