
मेट्रो की शुरुआत और दतिया व सतना के हवाई सेवा से जुड़ने से मध्यप्रदेश में सुविधाएं बढ़ेंगी, भारत के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर को अब मेट्रो की पहचान मिली है, डॉ. जयमती कश्यप को देवी अहिल्या बाई राष्ट्रीय सम्मान प्रदान किया
भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि लोकमाता देवी अहिल्याबाई राष्ट्र निर्माण में नारी शक्ति के अमूल्य योगदान का प्रतीक हैं। समाज में बड़ा परिवर्तन लाने वाली लोकमाता देवी अहिल्या को श्रद्धापूर्वक नमन करते हुए पीएम मोदी ने देवी अहिल्या के प्रेरक कथन "जो कुछ भी हमें मिला है वह जनता द्वारा दिया ऋण है- जिसे हमें चुकाना है" का स्मरण किया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार लोकमाता अहिल्याबाई के इन्हीं मूल्यों पर चलते हुए कार्य कर रही है, "नागरिक देवो भवः" वर्तमान में गवर्नेंस का मंत्र है। लोकमाता देवी अहिल्याबाई की 300वीं जयंती, सभी देशवासियों के लिए प्रेरणा और राष्ट्र निर्माण के लिए हो रहे भागीरथी प्रयासों में अपना योगदान देने का अवसर है। देवी अहिल्याबाई का मानना था कि "जनता की सेवा और उनके जीवन में सुधार लाना ही शासन का उद्देश्य है", उनकी इस सोच को आगे बढ़ाने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। सरकार हर घर तक नल से जल पहुंचा रही है, माता-बहनों को असुविधा न हो और बेटियां पढ़ाई लिखाई में ध्यान दे सकें, इस उद्देश्य से बिजली, उज्जवला गैस भी उपलब्ध कराई गई हैं। यह सुविधाएं माता बहनों के सम्मान का विनम्र प्रयास है। पीएम मोदी ने लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर के 300वीं जयंती वर्ष के अवसर पर भोपाल में जम्बूरी मैदान पर महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
पीएम मोदी ने लोकमाता देवी अहिल्याबाई पर केंद्रित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रदर्शनी में लोकमाता अहिल्या बाई द्वारा सुशासन, महिला स्वावलंबन, धार्मिक स्थलों के उन्नयन के लिए संचालित गतिविधियों को प्रदर्शित किया गया। इसके साथ ही देवी अहिल्या पर केंद्रित पुस्तकें और शोध पत्र भी प्रदर्शित किए गए। पीएम ने हथकरघा- हस्तशिल्प को समर्पित महिलाओं और ड्रोन दीदी से संवाद किया।
पीएम ने लोकमाता देवीअहिल्याबाई होल्कर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। राज्यपाल मंगुभाई पटेल तथा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इस अवसर पर उपस्थित थे। पीएम का राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने देवी अहिल्याबाई होल्कर के जरी जरदोजी से बना चित्र भेंटकर अभिवादन किया। पीएम मोदी को मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पगड़ी पहनाकर तथा बैतूल जिले के भरेवा शिल्प से निर्मित पुष्पक विमान भेंट कर उनका स्वागत किया। पीएम का महिला सशक्तिकरण और स्वावलंबन की प्रतीक प्रदेश की चार महिलाओं ने भी स्वागत किया। सुश्री ज्ञानेश्वरी देवी, पहली भारतीय कैनोइस्ट और अर्जुन पुरस्कार प्राप्त प्राची यादव ,धार की सरपंच आरती पटेल और महेश्वरी साड़ी निर्माण में लगी नागेश्वरी स्वयं सहायता समूह महेश्वर की मीनाक्षी ठाकले ने स्वागत अभिवादन किया।
पीएम मोदी ने छत्तीसगढ़ की जनजातीय कलाकार डॉ. जयमती कश्यप को देवी अहिल्या बाई राष्ट्रीय सम्मान प्रदान किया। मोदी ने लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर को समर्पित डाक टिकट और 300 रूपये का सिक्का जारी किया। उन्होंने ने दतिया और सतना एयरपोर्ट का लोकार्पण तथा इंदौर मेट्रो का भी शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री मोदी ने प्रदेश में 1271 नए अटल ग्राम सेवा सदन (पंचायत भवन) निर्माण के लिए प्रथम किस्त के अंतर्गत 483 करोड़ रुपए का वर्चुअल अंतरण भी किया।
पीएम मोदी ने कहा कि इंदौर मेट्रो की शुरुआत और दतिया व सतना के हवाई सेवा से जुड़ने से मध्यप्रदेश में सुविधाएं बढ़ेंगी, विकास को गति मिलेगी और रोजगार के नए अवसरों का इससे सृजन भी होगा। मध्यप्रदेश में अनेक विकास के कार्य हो रहे हैं। भारत के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर को अब मेट्रो की पहचान मिली है। केंद्र सरकार ने मालवा क्षेत्र में परिवहन सुविधाओं के विस्तार के लिए रेल लाइनों के विकास को मंजूरी दी है। दतिया व सतना के हवाई सेवा से जुड़ने से अब मां पीतांबरा और मां शारदा देवी के दर्शन और सुलभ हो जाएंगे। बुंदेलखंड और बघेलखंड की कनेक्टिविटी बढ़ेगी। आज भारत को अहिल्याबाई की प्रेरणा से अपना परिश्रम और सामर्थ्य बढ़ाना है। रानी कमलापति, रानी दुर्गावती, रानी अवंतीबाई, रानी चेनम्मा जैसे नाम हमें गौरव से भर देते हैं।
मोदी ने कहा कि आज बेटियां डॉक्टर, इंजीनियर और साइंटिस्ट बन रही हैं। गांव-गांव में बैंक सखियां बैंकिंग व्यवस्था को मजबूत कर रही हैं। एक समय था, जब महिलाओं को नई तकनीक से दूर रखा जाता था लेकिन आज गांव की बहनें ड्रोन दीदी बनकर खेती में मदद कर रही हैं। गांव में उनकी अलग पहचान बन रही हैं। पहले महिलाएं अपनी बीमारियां छिपाती थी, क्योंकि परिवार पर इलाज का बोझ न पड़े लेकिन अब महिलाएं आयुष्मान योजना में 5 लाख तक का नि:शुल्क इलाज करा सकती हैं। देशभर में 10 करोड़ बहनें स्व-सहायता समूह से जुड़ी हैं और कमाई कर रही हैं। सरकार ने 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने का संकल्प लिया है। नमो ड्रोन योजना के अंतर्गत अब तक 1.5 करोड़ बहने लखपति बन चुकी हैं। देश में साइंस और मैथ्स पढ़ने वाली बेटियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। चंद्रयान 3 मिशन में 100 से अधिक महिला वैज्ञानिक शामिल थीं। भारत सरकार बहनों को हर क्षेत्र में सशक्त कर रही है।
पीएम मोदी ने मां भारती और मातृशक्ति को प्रणाम करते हुए कहा कि महासम्मेलन में बड़ी संख्या में आईं माताओं-बहनों के दर्शन पाकर मैं धन्य हो गया हूं। लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर नाम सुनकर मन में श्रद्धा का भाव आता है। आज से 250-300 साल पहले जब देश गुलामी की बेड़ियों में जकड़ा था, तब उन्होंने इन कार्यों को पूर्ण किया। वे हमेशा शिवलिंग साथ लेकर चलती थीं। उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में राज्य का कार्यभार संभाला और राज्य को समृद्धि दी। वे भारत की विरासत की संरक्षक थीं। जब देशभर में हमारे मंदिरों, तीर्थ स्थलों पर हमले हो रहे थे तो उन्होंने इन्हें संरक्षित करने का कार्य किया। उन्होंने काशी विश्वनाथ समेत अनेक मंदिरों का निर्माण कराया। मोदी ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि काशी ने उन्हें भी सेवा का अवसर दिया है। काशी में देवी अहिल्याबाई की मूर्ति भी देखने को मिलती है।
महेश्वरी साड़ी के लिए उन्होंने नए उद्योग लगाए
मोदी ने कहा कि देवी अहिल्याबाई ने महेश्वरी साड़ी के लिए नए उद्योग लगाए। वे हुनर की पारखी थीं, जूनागढ़ (गुजरात) से कुछ बुनकर परिवारों को महेश्वर लाकर साड़ी उद्योग को बढ़ावा दिया। आज महेश्वरी साड़ी देश की महिलाओं की पसंद बन चुकी है। देवी अहिल्याबाई ने समाज सुधार की दिशा में कार्य किए। वे हमेशा मातृशक्ति के विकास के बारे में सोचती थीं। उन्होंने बाल विवाह को रोकने के लिए कदम उठाए। उन्होंने समाज सुधारकों को भरपूर समर्थन दिया। मालवा की सेना में महिलाओं की एक टुकड़ी बनाई। मां अहिल्या के कार्यकाल में महिलाओं की ग्राम सुरक्षा टोलियां बनाई गई थीं। वे राष्ट्र निर्माण के लिए परिवर्तन लाने वाली शासक थीं। उनका आशीर्वाद हम सभी पर बना रहे।
"ऑपरेशन सिंदूर" हमारी नारी शक्ति के सामर्थ्य का प्रतीक बना है
पीएम मोदी ने कहा कि भारत संस्कृति का देश है, सिंदूर हमारी परंपरा है। यह हनुमान जी को चढ़ता है और बहनों के लिए सम्मान का प्रतीक है। यही सिंदूर अब भारत के शौर्य का प्रतीक बना है। पहलगाम में आतंकियों ने भारतीयों का खून ही नहीं बहाया, हमारी संस्कृति पर प्रहार किया है। उन्होंने भारत को बांटने की कोशिश की। आतंकियों ने भारत की नारी शक्ति को चुनौती दी, लेकिन यह शक्ति उनके लिए काल बन गई। ऑपरेशन सिंदूर बंद नहीं हुआ है, यह आतंकियों के खिलाफ सबसे सफल ऑपरेशन है। जहां तक पाकिस्तानी सेना ने सोचा नहीं था, भारतीय सेना ने कई सौ किमी अंदर धुसकर उन्हें मारा है। अब जो आतंकियों की मदद करेगा, उसे भी इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। भारत का हर नागरिक कह रहा है कि अगर तुम गोली चलाओगे तो गोली का जवाब गोले से दिया जाएगा। ऑपरेशन सिंदूर हमारी नारी शक्ति के सामर्थ्य का प्रतीक बना है।है।