
भोपाल। “तंबाकू एक धीमा जहर है, इससे बचाव ही समझदारी” थीम पर 31 मई को “विश्व तंबाकू निषेध दिवस” पर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा प्रदेश के सभी जिलों में तंबाकू व नशा विरोधी गतिविधियाँ पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएगे। जिनमें छात्रों, युवाओं, स्वयंसेवी संगठनों तथा विभिन्न विभागों की सक्रिय भागीदारी रहेगी।
प्रमुख सचिव सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण सोनाली वायंणकर ने बताया कि इस वर्ष विश्व स्वास्थ्य संगठन की थीम "Exposing lies, protecting lives: Unmask the appeal of tobacco and nicotine products" पर आधारित कार्यक्रमों की श्रृंखला में प्रत्येक जिले में प्रभातफेरी, मैराथन, रंगोली, नुक्कड़ नाटक और गीत-संगीत के माध्यम से समाज को तंबाकू के दुष्परिणामों से अवगत कराया जाएगा।
भोपाल में आयोजित मुख्य समारोह में स्कूली बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रमों के माध्यम से कैंसर, टीबी और हृदय रोग जैसी गंभीर बीमारियों से बचाव का संदेश देंगे। साथ ही, तंबाकू सेवन के दुष्प्रभावों पर आधारित वॉल पेंटिंग और पोस्टर प्रदर्शनी भी लगाई जायेगी।
शहर के प्रमुख चौराहों और सार्वजनिक स्थलों पर बैनर और होर्डिंग्स के माध्यम से नशामुक्ति का संदेश, राष्ट्रीय नशामुक्ति हेल्पलाइन नंबर 14446 का भी प्रचार किया जा रहा है। इससे नशा छोड़ने के इच्छुक व्यक्तियों को उचित मार्गदर्शन मिल सके।
प्रमुख सचिव वायंणकर ने बताया कि विशेष रूप से विद्यालयों और महाविद्यालयों के 100 मीटर के दायरे में पान-गुटका की दुकानों पर विक्रय पर प्रतिबंध की कार्रवाई जिला प्रशासन द्वारा की जाएगी। साथ ही, ग्रीष्मकालीन शिविरों में चित्रकला, निबंध लेखन और भाषण प्रतियोगिताओं से विद्यार्थियों में विषय के प्रति गहरी समझ विकसित करने के प्रयास किए जा रहे है। राज्य भर में आयोजित इन गतिविधियों की प्रविष्टियाँ भारत सरकार द्वारा विकसित NMBA मोबाइल ऐप/वेबलिंक पर अपलोड की जायेगी। जिसकी जानकारी जिलों द्वारा संचालनालय को भेजी जाएगी।