
12 जून 2025 को अहमदाबाद में एयर इंडिया फ्लाइट 171 के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया। बीजेडी मेडिकल कॉलेज के छात्रावास में गिरा यह विमान न केवल 241 यात्रियों की मौत का कारण बना, बल्कि जमीन पर भी 28 से अधिक लोगों की जान ले ली। इस हादसे में ग्वालियर के घाटीगांव स्थित जिगसौली गांव के निवासी आर्यन राजपूत पुत्र रामहेत राजपूत की भी मृत्यु हो गई, जिन्होंने पिछले वर्ष NEET परीक्षा में 720 में से 700 अंक प्राप्त कर ग्वालियर का नाम रोशन किया था।
इस घटना के बाद आर्यन का नीट का रिज़ल्ट भी सामने आया है जिसमे देखा जा सकता है की आर्यन ने ऑल इंडिया रैंक 1807 हासिल की, सभी विषयों में अच्छा परफॉर्म किया था । उनकी इस उपलब्धि पर उस पिछले साल शहर में खूब चर्चा भी हुई थी, ये खबर मिलने के बाद पूरे गाँव में मातम पसर गया है ।
720 में से 700 अंक लाकर NEET परीक्षा को पास करके मिला था अहमदाबाद का बीजेडी कॉलेज, वहाँ से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था आर्यन।
एयर इंडिया की बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर, जो अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भर रही थी, टेक-ऑफ के कुछ ही क्षणों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। विमान ने 190 मीटर की ऊंचाई तक पहुंचने के बाद मेघानी नगर क्षेत्र में स्थित बीजेडी मेडिकल कॉलेज के छात्रावास से टकराया। इस दुर्घटना में विमान के इंजन और धड़ के हिस्से छात्रावास की इमारत में घुस गए, जिससे भीषण आग और धुएं का गुबार उठा। घटनास्थल पर तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया। इस हादसे में 241 लोगों की मौत हो गई, जिसमें 230 यात्री और 12 चालक दल के सदस्य शामिल थे। जमीन पर भी 28 से अधिक लोग मारे गए, जिनमें बीजेडी मेडिकल कॉलेज के इंटर्न डॉक्टर भी शामिल थे। इस दुर्घटना में एकमात्र जीवित बचे यात्री ब्रिटिश नागरिक विश्वश कुमार रमेश थे, जो सीट 11A पर बैठे थे और आपातकालीन निकासी के पास थे।
बीजेडी मेडिकल कॉलेज के छात्रावास में उस समय कई इंटर्न डॉक्टर भोजन कर रहे थे। प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हादसे में लगभग 20 इंटर्न डॉक्टरों की मृत्यु की आशंका जताई जा रही है। घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य जारी है और घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
अहमदाबाद विमान हादसे के बाद जब आर्यन के घरवालाओं को पता चला तो वे तुरंत ही वहाँ के लिए निकल गए, आज शाम तक आर्यन का शव ग्वालियर लाया जा सकता है।