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ग्वालियर में सात और जरूरतमंद महिलाएँ बनी “शक्ति दीदी”; जिले में लगातार बढ़ रही है शक्ति दीदियों की संख्या,अब तक जिले की 52 जरूरतमंद महिलायें बन चुकी हैं “शक्ति दीदी”

कलेक्टर ने स्वंय दो पेट्रोल पंपों पर तीन महिलाओं को बनाया शक्ति दीदी, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने कलेक्टर रुचिका चौहान ने किया है “शक्ति दीदी” बनाने का नवाचार

ग्वालियर जिले में शक्ति दीदियों की संख्या लगातार बढ़ रही है।  एक जून को 7 और जरूरतमंद महिलाएँ शक्ति दीदी बनाई गईं। इन सभी महिलाओं ने जिले के विभिन्न पेट्रोल पंपों पर फ्यूल डिलेवरी वर्कर की जिम्मेदारी संभाल ली है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा के अनुरूप महिलाओं के सशक्तिकरण और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिये ग्वालियर जिले में "शक्ति दीदी" के नाम से कलेक्टर चौहान ने नवाचार किया है। जिसके तहत जरूरतमंद महिलाओं को फ्यूल डिलेवरी वर्कर के रूप में पेट्रोल पंपों पर नौकरी दिलाकर आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। जिले में कुल मिलाकर अब तक 52 जरूरतमंद महिलायें विभिन्न पेट्रोल पंपों पर शक्ति दीदी के रूप में काम कर रही हैं।हैं।

कलेक्टर रुचिका चौहान ने रविवार को गदाईपुरा स्थित रामजानकी फ्यूल पेट्रोल पंप पर अनीता कुशवाह व रानी गौर को व सिंहपुर रोड बारादरी मुरार स्थित माँ पेट्रोलियम पंप पर कविता रूरया को “शक्ति दीदी” की जिम्मेदारी सौंपी। 

इसी तरह भिण्ड रोड गोला का मंदिर स्थित पटेल एण्ड संस पेट्रोल पंप पर एडीएम टीएन सिंह ने पूजा ओझा व सोना देवी को शक्ति दीदी की जिम्मेदारी सौंपी। इसके अलावा अर्रू तिराहा डबरा स्थित ओम फिलिंग स्टेशन पर रंजना सोनी व सुश्री रीता बाथम को फ्यूल डिलेवरी वर्कर के रूप में “शक्ति दीदी” की जिम्मेदारी सौंपी गई। 

 जिला प्रशासन द्वारा ऐसी महिलाओं को शक्ति दीदी पहल के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है, जो जरूरतमंद हैं या जिनके पति का निधन हो चुका है अथवा अपनों ने साथ छोड़ दिया है। 

इस अवसर पर कलेक्टर रुचिका चौहान ने पेट्रोल पंप संचालकों को निर्देश दिए कि शक्ति दीदियों का विशेष ध्यान रखें और उन्हें प्रावधानों के अनुसार मानदेय व सुविधायें प्रदान की जाएं। उन्होंने थाना प्रभारी को भी निर्देश दिए कि जिन पेट्रोल पंप पर शक्ति दीदी तैनात हैं उन पर लगातार गश्त करते रहें। साथ ही एसडीएम, तहसीलदार पुलिस अधिकारी, पेट्रोल पंप संचालक एवं शक्ति दीदियों को शामिल कर एक वॉट्सएप ग्रुप में नई शक्ति दीदियों को जोड़ें। 

कलेक्टर ने जिलेवासियों से आह्वान किया है कि वे पेट्रोल पंप पर अपने वाहनों में डीजल पेट्रोल भरवाते समय शक्ति दीदियों के प्रति सम्मान का भाव रखें। साथ ही उनकी हौसला अफजाई भी करें। पेट्रोल पंप पर शक्ति दीदी सुविधाजनक तरीके से काम कर सकें। इसके लिये उनके कार्य का समय सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक रखा गया है। 

"शक्ति दीदी" बनने इच्छुक महिलाएँ यहाँ कर सकती हैं संपर्क

शक्ति दीदी बनकर फ्यूल डिलेवरी वर्कर के रूप में पेट्रोल पंपों पर काम करने की इच्छुक महिलायें कलेक्ट्रेट स्थित जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास अथवा अपने नजदीकी बाल विकास परियोजना कार्यालय में संपर्क कर सकती हैं। साथ ही कलेक्ट्रेट स्थित खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के कार्यालय में भी इसके लिये संपर्क किया जा सकता है।