टॉप न्यूज़

जल गंगा संवर्धन अभियान; ग्वालियर जिले के शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र में जल संरक्षण के लिये किए जा रहे हैं सार्थक प्रयास

ऐतिहासिक मुरार नदी के बहाव क्षेत्र से बड़ी बाधाओं को दूर करने का कार्य किया है, ग्रामीण क्षेत्र में खेत तालाब निर्माण के लक्ष्य से अधिक 907 खेत तालाबों का कार्य प्रगति पर है

ग्वालियर। जल संरक्षण एवं संवर्धन के लिये प्रदेशभर में 30 मार्च से 30 जून तक चलाए जा रहे जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत ग्वालियर जिले में भी जल संरक्षण के लिये शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र में व्यापक स्तर पर कार्य किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव के निर्देशन में सम्पूर्ण प्रदेश की भाँति ग्वालियर जिले में भी खेत तालाब, डगवैल रीचार्ज, अमृत सरोवर के साथ- साथ नदियों, तालाबों और ऐतिहासिक कुँए, बावड़ियों के संरक्षण का कार्य किया जा रहा है। 


कलेक्टर रुचिका चौहान के निर्देश पर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत स्तर पर कार्य हाथ में लिए हैं। इसके साथ ही नगरीय क्षेत्र में भी ऐतिहासिक कुँए, बावड़ियों की साफ-सफाई एवं संरक्षण का कार्य हाथ में लिया है। ग्वालियर की ऐतिहासिक मुरार नदी के बहाव क्षेत्र से भी बड़ी मात्रा में बाधाओं को दूर करने का कार्य किया गया है। 

ग्वालियर जिले में ग्रामीण क्षेत्र में जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत 779 खेत तालाब निर्माण का लक्ष्य प्राप्त हुआ था। जिसके विरूद्ध 907 खेत तालाबों का कार्य हाथ में लिया गया है। खेत तालाबों का कार्य तेज गति के साथ जिले में किया जा रहा है। इसके साथ ही 846 डगवैल रीचार्ज का काम जिले में किया गया है। अमृत सरोवर ग्रामीण क्षेत्र में 12 के विरूद्ध 8 अमृत सरोवर में कार्य कर लिया गया है। ग्वालियर जिले में लगभग 1393 जल संरचनाओं को ठीक करने का कार्य किया जा रहा है। 91 जल संरचनाओं का कार्य पूर्ण कर लिया है। जिले में अमृत सरोवर से 10 हजार घन मीटर प्रति तालाब से जल भराव का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। खेत तालाब जिले में 1200 से 3600 घन मीटर जल भराव प्रति तालाब के मान से कार्य किया जा रहा है। 

  प्राचीन बावड़ियों के जीर्णोद्धार का कार्य हाथ में लिया है

ग्वालियर शहर में पुरानी और ऐतिहासिक बावड़ियों के जीर्णोद्धार का कार्य हाथ में लिया है। शहर की 25 ऐतिहासिक बावड़ियों के जीर्णोद्धार का कार्य किया जा रहा है। जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत मुरार नदी में भी बहाव क्षेत्र को मुक्त करने का कार्य बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जिले में शहरी और ग्रामीण में जनप्रतिनिधि , समाजसेवियों, जन अभियान परिषद व विभिन्न संगठनों के सहयोग से कार्य किया जा रहा है। जल गंगा संवर्धन अभियान में किए गए कार्यों के माध्यम से वर्षा ऋतु में सभी संरचनाओं में जल संरक्षण होगा और भूमिगत जल स्तर में वृद्धि होगी।