
ग्वालियर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा खेलों भारत गतिविधि के माध्यम से 'नगर खेल कुंभ' पखवाड़ा का आयोजन 14 जनवरी से 26 जनवरी तक किया गया। जिसमें 14 जनवरी से 20 जनवरी तक ग्वालियर के अधिकांश महाविद्यालयों , विद्यालयों एवं खेल अकादमियों में परिसर स्तरीय प्रतियोगिता आयोजित की गई । इसके बाद 21 जनवरी से 23 जनवरी तक महानगर स्तरीय अंतरविद्यालय एवं अंतर-महाविद्यालय प्रतियोगिताएं जीवाजी विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग में आयोजित की गईं और 23 जनवरी से 25 जनवरी तक महानगर स्तरीय बैडमिंटन प्रतियोगिता आदर्श विज्ञान महाविद्यालय में आयोजित की गई। जिसमें ग्वालियर के लगभग 9 हजार से अधिक विद्यार्थियों ने कब्बड्डी,खो-खो, बैडमिंटन, रस्सा कस्सी, 100 मीटर दौड़ ,मलखंभ, शतरंज आदि विभिन्न खेलों में उत्साहपूर्ण सहभागिता की।
नगर खेल कुंभ में सभी प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले विद्यार्थी-खिलाडियों का सम्मान एवं विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कृत करने के लिए 27 जनवरी को पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में ग्वालियर पुलिस महानिरीक्षक अरविंद सक्सेना एवं मुख्य वक्ता के रूप में "खेलो भारत" के अखिल भारतीय प्रमुख प्रदीप शेखावत मुख्य रूप से उपस्थित रहे। इनके साथ मंच पर महानगर अध्यक्ष डॉ. बृजकिशोर प्रसाद,महानगर मंत्री हिमांशु श्रोती और मंच संचालिका शाम्भवी शर्मा उपस्थित रहे।
मुख्य वक्ता प्रदीप शेखावत ने अपने वक्तव्य में कहा कि- खेल शारीरिक क्षमता का ही नहीं अपितु मानसिक दृढ़ता का प्रतीक भी हैं और भारतीय शिक्षा पद्धति की बात करें तो भारत में लगभग 7 लाख 50 हजार से अधिक गुरूकुल विद्यालय संचालित थे, जिसमें शारिरिक शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका थी। खेल के माध्यम से भारत में नशामुक्त भारत बनाने और 2036 तक विश्व में भारत को टॉप 5 स्वर्ण पदक विजेताओं की सूचि में लेकर आएंगे।
वहीं ग्वालियर पुलिस महानिरीक्षक अरविंद सक्सेना ने कहा कि- खेलों में विद्यार्थियों की सहभागिता उतनी ही महत्वपूर्ण है जितना कि किसी खिलाड़ी का पुरस्कार प्राप्त करना। मुख्य वक्ता भाषण के बाद विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में सहभागी एवं विजयी प्रतिभागियों को मंचस्थ अतिथियों ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
"नगर खेल कुंभ" में पारंपरिक खेलों को प्राथमिकता दी
खेलों भारत के माध्यम से आयोजित नगर खेल कुंभ के आयोजन का उद्देश्य भारतीय पारंपरिक एवं भारत के मिट्टी से जुड़े खेलों को प्रोत्साहन करना है, साथ ही खेलों के माध्यम से शैक्षणिक परिसरों में सकारात्मकता का वातावरण निर्मित हो जिससे जीवंत परिसर की परिकल्पना सिद्ध हो सके।नगर खेल कुंभ में कब्बड्डी,खो खो, रस्सा कस्सी, दौड़ ,मलखंभ, शतरंज आदि को अधिकतम रूप से प्राथमिकता दी गई है।
इस पहल का मुख्य उद्देश्य प्रत्येक छात्र के समग्र विकास को सुनिश्चित करना है, जिसमें उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया गया है। इसी दृष्टिकोण के अनुरूप विद्यार्थी परिषद ने "खेलो भारत" नामक राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम शुरू किया है, जिसका उद्देश्य खेल गतिविधियों में व्यापक भागीदारी को प्रोत्साहित करना है, जो एक स्वस्थ और उपयोगी जीवन शैली को बढ़ावा देता है। यह कार्यक्रम छात्रों में खेल प्रतिभाओं और जुनून की पहचान करने और उन्हें राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी बनने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन और समर्थन प्रदान करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है। जिसका लक्ष्य न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है बल्कि उन मूल्यों को भी विकसित करना है जो हमारे युवाओं की समग्र प्रगति और सफलता में योगदान दे सकें।
नगर खेल कुंभ जैसे आयोजन के माध्यम से प्रत्येक खिलाड़ी को अपना खेल का हुनर दिखाने का मौका मिलेगा एवं ग्वालियर संभाग के लिए उत्कृष्ट खिलाड़ी भी निखर के आएंगे।आएंगे।