दुनिया की सबसे बेतरीन श्वान नस्लों में शुमार बेल्जियन मैलिनाइस का बीएसएफ परिसर में कुनबा बढ़ गया है। देश की इकलौती बीएसएफ अकादमी के नेशनल ट्रेनिंग सेंटर फार डाग के ब्रीडिंग सेंटर में बेल्जियन मैलिनाइस नस्ल की फीमेल डाग बेला ने नौ पप्स को जन्म दिया है। इनमें से तीन नर और मादा हैं। इस हरफनमौला नस्ल के नौ पप्स अब यहीं ट्रेनिंग सेंटर में ही ट्रेनिंग लेंगे और तैयार होने के बाद इन्हें देश को समर्पित किया जाएगा।
यह वही नस्ल है जो अमेरिकी राष्ट्रपति के निवास की सुरक्षा में शामिल रहती है। साथ ही विश्व के सर्वश्रेष्ठ अमेरिकी सेना के सील कमांडो इसी नस्ल श्वानों को अपने साथ रखती है। ओसामा बिन लादेन और बगदादी के ठिकानों तक पहुंचने के लिए अमेरिकी सेना ने इसी नस्ल के श्वानों का उपयोग किया था । अमेरिकी राष्ट्रपति ने अधिकारिक तौर पर इस नस्ल के श्वानों की तारीफ की थी। एक साथ नौ पप्स के जन्म लेने के बाद ट्रेनिंग सेंटर के अधिकारी उत्साहित हैं।
पहले 11 पप्स को दिया था जन्मः टेकनपुर स्थित बीएसएफ डाग ट्रेनिंग सेंटर के ब्रीडिंग सेंटर में तीन और चार दिसंबर की मध्यरात्रि यहां बेला नाम की बेल्जियन मैलिनाइस नस्ल की मादा श्वान ने नौ पप्स को जन्म दिया। लगभग पांच घंटे में नौ बच्चाें को जन्म दिया। सभी बच्चे स्वस्थ्य हैं और उनकी निगरानी भी की जा रही है। बेला को यहां तीन साल पहले लाया गया था और इससे पहले बेला ने 11 पप्स को जन्म दिया था। तीन साल में दूसरी बार बेला ने बच्चाें को जन्म दिया है। बैल्जियन मैलिनाइस फीमेल का जीवनकाल दस साल का होता है और हर साल ब्रीडिंग नहीं कराई जाती है। इसे एक साल का आराम दिया जाता है।
क्यों खास बेल्जियन मैलिनाइसः बेल्जियन मैलिनाइस वह नस्ल है, जो बेहतर प्रशिक्षण के बाद यह अविश्वसनीय कार्य कर सकता है। यह श्वान दो से तीन फीट नीचे जमीन के अंदर सूंघने की शक्ति , बम ढूंढने, मादक पदार्थ को सूंघने या शिकार करने में यह माहिर होता है। बेल्जियन मैलिनाइस नस्ल को 1891 में बेल्जियम के वेटरनरी स्कूल द्वारा विकसित किया गया था। इसका चेहरा छोटा काला कोट शेडेड और मुखौटा काला होता है।
If you have any objection regarding any news then you may please contact at gwaliorbreaking@gmail.com or +91-6262626200.
Copyright © 2020-21, All Rights Reserved