ग्वालियर। एबी रोड स्थित लक्ष्मीगंज मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार की क्रिया के बाद अस्थि संचय (खारी) को पहुंचे परिजन उस समय घबरा गए जब दाग वाले स्थान पर नींबू और कुछ लोहे के पात्र बिखरे मिले। इतना ही नहीं परिजन जब और अधिक चकरा गए जब उन्होंने मृतक के शरीर की सिर और अन्य अवशेष गायब थे। प्रथम दृष्टिया इस पूरे घटनाक्रम को तांत्रिक क्रिया से जोड़कर देखा जा रहा है।
जानकारों का ऐसा मनना है कि मृत्यु के 24 घंटे के अंदर तांत्रिक लोग इस तरह की क्रिया करके मुर्दे को जगाते हैं। परिजनों की शिकायत पर पुलिस मुक्तिधाम पहुंची लेकिन कुछ बोलने से कन्नी काटती रही। परिजनों का कहना है कि चौकीदार की मिली भगत से तांत्रिक क्रियाएं श्मशान घाट में चल रहीं हैं। इसका प्रमाण सामने पड़ा है। उन्होंने सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डिग देखकर जांच पड़ताल की मांग भी की है।
जानकारी के अनुसार बृजविहार कॉलोनी नई सड़क निवासी 62 वर्षीय मनमोहन दीक्षित का लंबी बीमारी के चलते शनिवार को निधन हो गया था। परिजनों ने उसी दिन मुक्तिधाम में उनका अंतिम संस्कार किया था। क्योंकि रविवार को अस्थि संचय (खारी) मान्यतानुसार उठाई नहीं जाती इसके चलते सोमवार को परिजन अस्थि संचय के लिए मुक्तिधाम पहुंचे। परिजनों ने अस्थि उठाते समय देखा कि जिस स्थान पर उनके परिवार के सदस्य का अंतिम संस्कार किया है, उस जगह पर तांत्रिक क्रिया की गई है। आसपास नींबू और अन्य क्रिया सामग्री मिली। इतना ही नहीं मृतक की खोपड़ी भी गायब थी और नींबू पैरों की तरफ रखे थे। वहा कुछ ऐसे निशान भी साफ दिखाई दे रहे थे जो तांत्रिक क्रिया की तरफ इशारा करते है। इस पूरे घटनाक्रम को देखकर परिजनों ने पुलिस में शिकायत भी की। परिजनों का कहना था कि मुक्तिधाम में रात के समय चौकीदाररहता है, इसके बाबजूद भी कैमरे लगे हुए हैं। आखिर चौकीदार कहां गया था। जो मृत आत्माओं के साथ तंत्र विद्या का खेल मुक्तिधाम में चल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि पैसे लेकर सेवादार इस तरह के कार्य करा रहा है। परिजनों ने प्रशासन से मांग की है कि कैमरे में से संपूर्ण रिकार्डिंग निकालकर जो भी दोषी है उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाना चाहिए। ताकि कभी ऐसी घटना दोबारा न हो सके।
ऐसे कृत्य कोई समाज बर्दाश्त नहीं करेगा
मृतक के भतीजे का कहना है कि चाचा मनमोहन दीक्षित का निधन हो गया था। उनका अंतिम संस्कार लक्ष्मीगंज मुक्तिधाम में किया था। लेकिन यहां पर जिस प्रकार का कृत्य समिति के सहयोग से किया जा रहा है, उसे कोई भी स्वीकार नहीं करेगा। कपाल क्रिया के स्थान को ले जाना जांच का बिंदु है। समिति को चाहिए था कि वह तुरंत कैमरे की रिकार्डिंग सार्वजनिक करें। आखिर अभी तक ऐसा क्यों नहीं किया। हमे अब लक्ष्मीगंज मुक्तिधाम से नफरत होने लगी है।
If you have any objection regarding any news then you may please contact at gwaliorbreaking@gmail.com or +91-6262626200.
Copyright © 2020-21, All Rights Reserved