डेंगू ने बरपाया क़हर तो , चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या भी बड़ी
ग्वालियर। शरीर पर टाइगर जैसी धारियां(सफेद) और तनकर खड़े होने वाले एडीज एजिप्टाई मच्छरों का अब डबल अटैक शुरू हो चुका है। डेंगू के साथ ये टाइगर मच्छर अब तेजी से चिकनगुनिया भी फैला रहें है। जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या का पिछले 6 साल का रिकॉर्ड टूट चुका है। डेंगू के मरीजों की संख्या 2400 के पार हो चुकी है। वहीं चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या भी बढ़कर अब 8 हो गई है। जिले में बेकाबू डेंगू के साथ चिकनगुनिया के तेज होते जा रहें इस डबल अटैक ने डॉक्टरों को भी चिंता में डाल दिया है। डॉक्टर कह रहें है कि बुखार आने पर लोग उसे सामान्य वायरल समझने की भूल न करे और न खुद डॉक्टर बनकर दवाईया ले। अगर बीमार हैं तो तुरंत अस्पताल में डॉक्टर से परामर्श लें और जांच कराएं, क्योंकि शुरूआत में सामान्य वायरल जैसे लगने वाले सिमटम्स असल में सामान्य वायरल की जगह डेंगू और चिकनगुनिया हो सकता है।
टाइगर मच्छर इसलिए कहलाता है
एडीज एजिप्टाई मच्छर के काटने से डेंगू-चिकनगुनिया होता है। ये मच्छर दिखने में सामान्य मच्छरों से अलग होते है। इस मच्छर के शरीर पर टाइगर जैसी धारिया (सफेद लाइनें) होती हैं। इसके चलते इसे टाइगर मच्छर भी बोलते हैं। वहीं मलेरिया की वजह मादा एनाफिलीज मच्छर है। यह दोनों मच्छर साफ पानी में ही पनपते हैं।
यह है शहर के हॉट स्पॉट जंहा पैर पसार है डेंगू
बीते रोज मंगलवार को डेंगू के 40 मरीज पाए गए। यह मरीज गोला का मंदिर, डीडी नगर, प्रीतम विहार कालोनी, घासमंडी, प्रसाद नगर, नारायण विहार कालोनी, चंबल कालोनी, बंशीपुरा, घोसीपुरा, शिव कालोनी, पुरुषोत्तम विहार, इंद्रा नगर, श्रीकृष्णा कालोनी, आर्दश नगर, वैष्णोपुरम, चार शहर का नाका, सिकंदर कंपू, नई सड़क, लश्कर, ग्वालियर, बहोड़ापुर आदि स्थानों पर निकले।
इस साल सबसे ज्यादा केस
वर्ष डेंगू
2015 466
2016 707
2017 465
2018 1202
2019 370
2020 16
2021 2410
वायरल बुखार से अलग है डेंगू
वायरल बुखार तीन से पांच दिनों तक रहता है। इसमें ठंड लगती है और शरीर में दर्द रहता है। यह जितनी जल्दी चढ़ता है, उतनी ही जल्दी उतर भी जाता है। यह या तो संक्रमित व्यक्ति द्वारा हवा में छींक या खांसी से छोड़ी गई बूंदों से होता है या किसी संक्रमित चीज को छूने से। डेंगू वायरस संक्रमित व्यक्ति के छींकने या खासने या छूने से नहीं फैलता।
* चिकनगुनिया: यह भी एडीज मच्छर के काटने से होता है। इसके लक्षण भी डेंगू से मिलते जुलते हैं। लेकिन इसमें प्लेटलेट्स की संख्या कम नहीं होती है। इसलिए मरीज को डेंगू की तुलना में कमजोरी कम लगती है। हालांकि, इसकी वजह से शरीर में कई सालों तक दर्द बना रहता है। चिकनगुनिया के मरीज को जोड़ों में तेज दर्द होता है। यही दर्द डेंगू और चिकनगुनिया के मरीजों को लक्षणों में एक-दूसरे से अलग करता है।
ये बोले डॉक्टर्स
इस समय वायरल बुखार के साथ डेंगू बुखार का भी प्रकोप है। मरीजों में चिकनगुनिया के लक्षण भी सामने आ रहे हैं। जरूरी ये है कि बुखार आने या फिर शरीर में दर्द होने की शिकायत पर फौरन डॉक्टर को दिखाएं। इस मौसम में बच्चों और बुजुर्गो का विशेष ध्यान रखें।
डॉ.विनीत चतुर्वेदी, बाल रोग विशेषज्ञ
लोगों को एहतियात बरतने की जरूरत है। घर व आसपास सफाई रखे और मच्छर रोधी दवा का प्रयोग करें। तेज बुखार और पैर में दर्द होने की शिकायत पर डॉक्टर से परामर्श ले।
डॉ.अजय पाल सिंह, मेडिसिन विशेषज्ञ
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